Tuesday, November 16, 2010

ZERO KNOWLEDGE…:);)

end semester came and my life started resembling like a jahnum ka rakhwala….today i had ntc(number theory and cryptography paper).it so happened that i had to a nightout like an owl to study a zero knowledge protocol at about 5 o’clock in the morning.which happen to constitute 10 percent of the whole paper so i studied for 30 minute for 10 percent of a paper.

interestingly there was a question with +/- 2 mark think of getting 2 or losing 2 .guess what i was one of those loser who lost 4…..

lyf and one of it’s colors …xams;)

Saturday, April 10, 2010

Bitter part of college life

:(


The  song I m going to write is from film Guru sung and directed
by Music Mastro A R Rahman.
A very touching song and to me it sounds like cry of my heart at da moment


"Jaage hain der tak hamein kuch der sone do.........
Aadhe -Adhure khwab jo pure na ho sake....
Ek baar fir se neend me wo  khwab bone do...."

Tuesday, March 16, 2010

..2day is copy-paste day so one more....



शेर को पकड़ना चाहते हैं तो उसके एक से बढ़कर एक नायाब नुस्खे हैं मेरे पास....
1. न्यूटन स्टाइल...

शेर को खुद को पकड़ने दीजिए...


हर क्रिया की बराबर विपरीत प्रतिक्रिया होती है...


शेर आपकी पकड़ में आ जाएगा...



2. आइंस्टीन स्टाइल...

शेर से उल्टी दिशा में दौड़ना शुरू कीजिए...


अधिक सापेक्ष गति (रिलेटिव वेलोसिटी) की वजह से शेर को तेज़ दौड़ना पड़ेगा, शेर जल्दी थक जाएगा...


अब आप उस पर आसानी से काबू पा सकते हैं...


 
3. भारतीय पुलिस स्टाइल...

किसी भी जानवर को पकड़ कर रात भर लॉकअप में रखो...

सुबह वो खुद मान लेगा, वही शेर है...





4. रजनीकांत स्टाइल...

कभी चश्मा उछालो, कभी सिगरेट, कभी गोली चलाकर कारतूस को पकड़ कर दो टुकड़े कर दो, साथ ही
धमकियां देते रहो, आ रहा हूं मैं...

शेर को डर-डर कर जीना पड़ेगा, और एक दिन ऐसे ही डरते हुए मर जाएगा...



5. जयललिता स्टाइल...

रात दो बजे पुलिस कमिश्नर को शेर के घर भेजो...नींद में ही उड़ा दो...



6. आर्ट फिल्म डायरेक्टर स्टाइल...

सुनिश्चित करिए कि शेर सूरज की रौशनी से दूर रहते हुए अंधेरे कमरे में सिर्फ मोमबत्ती के धीमे प्रकाश में जिए...उसके कानों में हमेशा कुछ न कुछ बुदबुदाते रहो...


शेर इतना पक जाएगा कि खुद ही सुसाइड कर लेगा...



7. करन जौहर स्टाइल

शेरनी को जंगल में शेर के पास भेज दो...


दोनों में प्यार हो जाएगा...


एक शेरनी और भेजो...उसके पीछे एक और शेर...


पहले शेर को पहली शेरनी से और दूसरे शेर को दूसरी शेरनी से प्यार है...


लेकिन दूसरी शेरनी को दोनों शेरों से प्यार है...


अब एक तीसरी शेरनी को जंगल में भेज दो...


अब तक आप सिर खुझाते हुए कुछ नहीं समझ पा रहे होंगे...कोई बात नहीं...अब इसे 15 साल बाद पढ़िएगा...


फिर भी कुछ नहीं समझ पाएंगे...




8. गोविंदा स्टाइल...

शेर के सामने पांच-छह दिन लगातार डांस करो...


शेर खुद ही गश खाकर मर जाएगा



9. मेनका गांधी स्टाइल...

किसी शेर को ख़तरे से बचाओ...अपने घर ले जाओ और उसे लगातार मूली, शलजम जैसी हरी सब्जियां खिलाओ...


शेर थोड़े दिन में खुद ही भूख से दम तोड़ देगा...



10. राहुल द्रविड़ स्टाइल...

शेर से कहो कि वो आपको बोलिंग करे...


शेर 200 बोल फेंक लेगा, आपका स्कोर होगा 1 रन...


शेर बोलिंग क्रीज पर ही स्लो मोशन में गिरेगा और हमेशा के लिए आंखें बंद कर लेगा...




कोई भी तरीका अपनाइए, मोक्ष गारंटीड है...

ये नज़्म है, ग़ज़ल है...क्या है मैं नहीं जानता...किसने लिखी है, उसे भी मैं नहीं जानता..

तेरी डोली उठी


मेरी मय्यत उठी




फूल तुझ पर भी बरसे


फूल मुझ पर भी बरसे




फ़र्क सिर्फ़ इतना सा था


तू सज गई


मुझे सजाया गया






तू भी नए घर को चली


मैं भी नए घर को चला






फ़र्क सिर्फ़ इतना सा था


तू उठ के गई


मुझे उठाया गया






महफ़िल वहां भी थी,


लोग यहां भी थे






फ़र्क सिर्फ़ इतना सा था


उनका हंसना वहां


इनका रोना यहां






काज़ी उधर भी था, मौलवी इधर भी था


दो बोल तेरे पढ़े, दो बोल मेरे पढ़े


तेरा निकाह पढ़ा, मेरा जनाज़ा पढ़ा






फ़र्क सिर्फ़ इतना सा था


तुझे अपनाया गया


मुझे दफ़नाया गया    ||||

a simple joke :)

मक्खन प्लेन में जा रहा था...कि अचानक उसकी नज़र किसी पर पड़ी और सीट पर खड़ा होकर चिल्ला कर बोला...

'HIJACK'...


इससे पहले कि सारे यात्री सदमे में आते...


दो लाइन छोड़ कर एक आदमी उठा और मक्खन जितनी गर्मजोशी से बोला...


'HIMACK'...

दरअसल वो मक्खन का बरसों पहले बचपन में बिछड़ा दोस्त जयकिशन था...

Friday, March 12, 2010

An end ahead

 this time of a sem iz always gonna  b tough for a student like me...........as it never feels nw like end sem........but is actually d end of  a  big part............LABS!!!!!!!!!!!
Myy hopes will b broken on daily basis......

one or two more weeks and d labs will b over.........
and dese last weeks r obviously meant to take revenge frm us...............who wr all thru out d sem dependent upon others for labs........


these chairs hv taken my lots of 3 hrs doing only Bhasad,,,,,,



Stupid teachers r going to screw me for sure in DBMS.....lab...........
and DSA...........I m lukin for D as I donno C.......++...